ADVERTISEMENTS:
Read this article in Hindi to learn about the scientific-management approach to organisation along with its criticism.
बीसवीं शताब्दी में संयुक्त राज्य अमेरिका में ‘प्रबन्ध क्रान्ति’ का शुभारम्भ हुआ । इस ‘प्रबन्ध क्रान्ति’ (Managerial Revolution) ने वैज्ञानिक पद्धतियों को ‘औद्योगिक प्रबन्ध’ एवं ‘लोक प्रशासन’ के क्षेत्र तक विस्तृत किया ।
इस सम्बन्ध में ‘फ्रेडरिक टेलर’ (Frederick Taylor) का विशेष योगदान रहा । जहाँ एक ओर 19वीं शताब्दी में ‘औद्योगीकरण’ का सम्बन्ध मशीनों द्वारा मानव श्रम को हटाये जाने की प्रक्रिया से है वहीं ‘औद्योगिक प्रबन्ध’ प्रबन्ध के क्षेत्र में मानव श्रम को कार्यकुशलता एवं शक्ति की चरम सीमा तक पहुँचाने से सम्बन्धित है ।
फ्रेडरिक टेलर ने अपने प्रबन्ध विज्ञान को 30 वर्षों के अथक् प्रयासों के बाद विकसित किया उन्होंने औद्योगिक प्रबन्ध के नवीन विज्ञान की नींव डाली तथा औद्योगिक क्षेत्र में उस प्रबन्ध को सर्वोत्तम बताया जो अपने नियन्त्रण के साधनों को इस प्रकार संगठित करता है कि प्रत्येक व्यक्ति सर्वोत्तम कार्यकुशलता के साथ कार्य करें तथा उसी के अनुसार वेतन प्राप्त करें ।
इस हेतु ‘नियोजन’ (Planning) व ‘कार्यान्वयन’ (Implementation) को पृथक् रखने का सुझाव भी टेलर ने प्रस्तुत किया । टेलर ने सुझाव प्रस्तुत किया कि ‘नियोजन’ हेतु मानसिक क्षमताओं से युका विशेषज्ञों एवं ‘कार्यान्वयन’ हेतु शारीरिक दृष्टि से सक्षम व्यक्तियों की आवश्यकता होती है ।
वैज्ञानिक प्रबन्ध के अन्तर्गत श्रमिकों के कार्य के सरलीकरण का एवं उनमें तीव्रता लाने का प्रयास किया जाता है श्रमिकों की कार्य-प्रविधियों को मानकीकृत करके सभी पर समान रूप से लागू किया जाता है ।
ADVERTISEMENTS:
टेलर का ‘वैज्ञानिक प्रकथवाद’ एक पूर्ण ‘मानसिक क्रान्ति’ है जिसमें एक सच्चे प्रबन्ध एवं कार्य विज्ञान का विकास किया जाता है । कार्यकर्त्ता का चयन वैज्ञानिक आधार पर किया जाता है । इसमें कार्यकर्त्ता के वैज्ञानिक शिक्षण एवं विकास का भी विशेष महत्व है प्रबन्ध एवं श्रमिक के मध्य मैत्रीपूर्ण सहयोग भी अपेक्षित है ।
ADVERTISEMENTS:
वैज्ञानिक प्रबन्ध का प्रयोग लोक प्रशासन के क्षेत्र में भी किया गया शासन एवं उसकी प्रक्रियाओं से सम्बन्धित नवीन दृष्टिकोण अस्तित्व में आया । टेलर की अमूल्य देने इस प्रकार हैं- सर्वोत्तम कार्य-निष्पादन की खोज, औद्योगिक प्रबन्ध में परिमाणवाचक तकनीकों का प्रयोग, अनुसन्धान पद्धति अध्ययन, समय प्रणाली, व्यवस्था विश्लेषण आदि ।
टेलर के समर्थक सहयोगियों में हेनरी एल. गैण्ट एवं फ्रैंक गिलब्रैथ के नाम उल्लेखनीय हैं । गैण्ट ने ‘कार्य एवं बोनस योजना’ (Task and Bonus Plan) का विकास किया तथा फ्रैंक गिलब्रैथ ने गति अध्ययन में रुचि ली ।
आलोचना (Criticism):
वैज्ञानिक प्रबन्ध की आलोचना इस आधार पर की जाती है कि यह दृष्टिकोण यान्त्रिक अर्थों में मनुष्य को मशीन का एक हिस्सा मानता है जो कि अनुचित है । इसके अतिरिक्त, यह तर्क भी आपत्तिजनक है कि उच्च वेतन श्रमिक को कार्य करने की प्रेरणा देता है । यह मानव प्रेरणा का गलत मूल्यांकन है ।