Here is an essay on ‘Population and National Power’ especially written for school and college students in Hindi language. प्रो. हान्स जे. मॉरगेन्थाऊ ने लिखा- “जब हम भौतिक तथा समन्वित भौतिक तथा मानवीय तत्वों से हटकर केवल उन विशुद्ध मानवीय तत्वों पर विचार करते हैं, जिनके द्वारा किसी राष्ट्र की शक्ति निर्धारित होती है तो […]