Here is an essay on ‘Second World War’ especially written for school and college students in Hindi language. ‘शीत-युद्ध’ द्वितीय महायुद्धोत्तर अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति की महत्वपूर्ण विशेषता है । सन् 1962 के ‘क्यूबा संकट’ के बाद शीत-युद्ध में शिथिलता या नरमी आने लगी । अमरीकी राष्ट्रपति कैनेडी और सोवियत प्रधानमन्त्री ख्रुश्चेव ने विवेक से कार्य करते […]